शब्द मुक्तक -- 56
शीर्षक शब्द... पंक्षी,,,, पक्षी. आदि समनार्थी...
देश की प्रतिभावान बालिकाओं को समर्पित....!
बन के गौरव सदन बढ़ रहीं बेटियाँ |
ज्ञान धन में मगन पढ़ रहीं बेटियाँ |
पंख के बल..बिहंगो ने अंबर छुआ,
बिन परों के गगन उड़ रहीं बेटियाँ |
(अनुपम आलोक )
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